देश के ये हाल देख कर मन चित्कार कर रहा है क्या इसी दिन क् लिये हमने आज़ादी पायी थी
क्या कुसूर है इन मासूमो का , ये तो झगड़ो का कारण भी समझने ल्यक नहीं है अभी और इनका ये हाल
क्या असर होगा इन दंगे फसादो का इनके जीवन पर , क्या ये बड़े हो कर एक सामान्य नागरिक बन पायेंगे
ये बेघर हुई स्त्रियें और मासूम बच्चे जिनका घर एक झटके में छिन गया
कब जी पायेंगे ये एक सामान्य जीवन... कौन बतायेगा
ये किसी का भाई , बेटा या पति होगा ... कहाँ खोजेगा इसका परिवार इसे
और ये भी तो हो सकता है ये अकेला ही घर चलाने वाला हो तो क्या बीतेगी इसके परिवार पर
इन दंगे फसादो का कभी अंत होगा या आने वाली पीढ़ी भी डर के साये तले पलेगी
क्या ये हमारा देश भारत महान है.... अगर ये महानता है तो आगे क्या क्या होगा
कोई लड़की क्या कभी खुद को सुरक्षित महसूस कर सकती है ऐसे देश में
कोई है जो इन सवालो का जवाब देगा ....
यह आग पता नहीं कब बुझेगी
ReplyDeleteतबाह करती जा रही है लोगो को
सही कहा आशा.... आभार
DeleteAtyant marmik satya!
ReplyDeleteआभार जुगल सिंह जी
Deleteजब तक जनता जागरूक नही होगी इसका कोई अंत नही
ReplyDeleteसही कहा मीना बिलकुल... आभार
DeleteShocking. The true face of India under our politicians and goonda raj. Will this ever change - it does not seem so. Politicians sow the seeds of hatred that spills out in the streets. There is no honest politician in India today - not even those wanting to rule in India in 2014. I despair - there is no hope for India until these goonda politicians are removed and new blood takes over.
ReplyDeleteThanks Sham ji
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